काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी । सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। शिव चालीसा का पाठ पूर्ण भक्ति भाव से करें। तदा एव काश्चन परीक्षाः समाप्ताः भवन्ति। जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा। होय सिद्धि साखी गौरीसा।। भक्त अपने जीवन में पैदा हुई कठिनाइयों और बाधाओं को https://brookstyufc.wikipublicist.com/4737345/indicators_on_shiv_chalisa_lyrics_in_bengali_you_should_know