सूर्य पुत्रय धिमहि तन्नो, गोरकाशा निरंजनाः प्रकोदयाति प्रत्येक मंत्र का आराध्य देवता भी होता है। प्रत्येक मंत्र का ‘बीज' होता है, जो मंत्र में शक्ति प्रदान करता है तथा मंत्र का मूल तत्त्व होता है। शाबर मंत्रों का अपना एक अलग ही इतिहास व अस्तित्व है। जिससे इंकार नहीं https://andresfntzf.bloggactif.com/27275922/shabar-mantra-no-further-a-mystery